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न नादर बडी कीजिये,
न ख्वाहिशे दफन कीजिये,
चार दिन की जिन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसीको कीजिये
कोइ लाख गलग भी बोले,
बस मुस्कुरा कर छोड दिजिये
नरुठा किसी से कीजिये
न झुठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुरसत के पल निकालिये
कभी खुद से भी मिला किजिये
न ख्वाहिशे दफन कीजिये,
चार दिन की जिन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसीको कीजिये
कोइ लाख गलग भी बोले,
बस मुस्कुरा कर छोड दिजिये
नरुठा किसी से कीजिये
न झुठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुरसत के पल निकालिये
कभी खुद से भी मिला किजिये
Best collection images for Poem in hindi
न नादर बडी कीजिये,
न ख्वाहिशे दफन कीजिये,
चार दिन की जिन्दगी है,
बस चैन से बसर कीजिये
न परेशान किसी को कीजिये,
न हैरान किसीको कीजिये
कोइ लाख गलग भी बोले,
बस मुस्कुरा कर छोड दिजिये
नरुठा किसी से कीजिये
न झुठा वादा किसी से कीजिये,
कुछ फुरसत के पल निकालिये
कभी खुद से भी मिला किजिये
दिखने मे सच्चा हूँ
माँ के लिए नन्हा सा बच्चा हूँ
थोडासा रोटी माँ जब देती है
खाकर पानी पिता हूँ
चोत लगे गिरने पर तो
माँ की गोदी मे रोता हूँ
चीटी मर गई चीटी मर गई
माँ जब ऐसा कहती है
दात दिखाकर हँसाता हूँ
दिखने मे बच्चा हूँ
मगर माँ के सच्चा बच्चा हूँ
तु गुजरी जब मेरी गली से
नजरे झुकाकर थाडा शरमाकर
ठहर गया मै कुछ इस तरह
जब देखा तेरा वो अंदाज
बस एक और मुलाकात
दिलको समझाता मै क्या,
खुद हो गया था हैरान
रुक गई थी धडकने मेरी,
सुनी जब तेरी मीठा सी आवाज
बस एक और मुलाकात
अब रह गई एक ही मन्नत,
मिल जाए फिर उसी गली मै तु
तब देर ना होगी कहने मे
सामने रख दुँगा अपने जज्बात
बस एक और मुलाकात
छोटी सी जीदगी है,
हर बात मे खुश रहो
जो चेहरा पास ना हो,
उनकी आवाज मे खुश रहो,
कोई रुठा हो तुमसे,
उसके इस अंदाज मे भी खुश रहो,
जो लौट के नही आने वाले,
उन लम्हो की याद मे खुश रहो
कल किसने देखा है,
अपने आज मे खुश रहो,
खुशियो का इंतजार किसलिए,
दुसरो की मुस्कान मे खुश रहो,
क्युँ तडपते हो हर पल किसी के साथ को
कभी तो अपने आप मे खुश रहो,
छोटी सी तो जिदगी है
हर हाल मे खुश रहो ।।
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